एक तरकीब बता उसे मानाने की | पर पोस्ट किया गया नवम्बर 30, 2015 द्वारा Pashupati Nath Jha ए मुहब्बत के खुदा , एक तरकीब बता उसे मानाने की , मै मौत तक वफ़ा कर सकू , एक तरकीब बता उसे मुस्कुराने की | पशुपति नाथ झा |
तु जो नही है , तो कुछ भी नही है | पर पोस्ट किया गया नवम्बर 29, 2015 द्वारा Pashupati Nath Jha तु जो नही है , तो कुछ भी नही है | ये माना है दिल ने ,तु ही जिन्दगी है | बिन तेरे एक लम्हा अब कटता नही है, तुझ बिन ये दिल अब संभालता नही है | तु जो नही है , तो कुछ भी नही है | पशुपति नाथ झा
तुम्हारी याद आती है | पर पोस्ट किया गया नवम्बर 28, 2015 द्वारा Pashupati Nath Jha तुम पास आओगी , तुम जरुर आओगी | तुम्हारी इठलाती बातो संग , चहकती वो सतरंगी हशी हमें याद आती है| तुम्हारे नानी – दादी की कहानियो संग , हमारा नींद में जाना हमें याद आती है | फासलों के रहते भी तुम हमारे आस-पास थी , पर वो सारे फासले हमें याद आती है | खुशिया न जाने कहा खो गयी , गम लाखो सीने में दफ़न है , पर वो सारी खुशियां हमें याद आती है | हर पल ये यादे हमें एहसास देती है , हम पास आएँगे ,अब ये यादे नहीं तुम पास आओगी , तुम जरुर आओगी | पशुपति नाथ झा | तुम याद आती है
होता क्या दीवानापन ! पर पोस्ट किया गया नवम्बर 27, 2015 द्वारा Pashupati Nath Jha १.जब से मिला है तुमसे ,तबसे ये मैंने जाना ! होता है यारो इश्क क्या ,होता क्या दीवानापन ! २.तेरे खाबो में खोया ,खोया तेरी बाहों में ,जुल्फों में तेरे खो कर मैंने ये जाना ! होता है यारो इश्क क्या ,होता क्या दीवानापन ! ३.इश्क की गहराई को देखा तेरी आखो में ,तेरे लबो पे पाया इश्क की सहनाई को ! हर एक चेहरे में अब दिल तुझको है देखा करता , खाबो-ही–खाबो में तुझसे मिलने की कोशिस करता ! जब से मिला है तुमसे ,तबसे ये मैंने जाना ! होता है यारो इश्क क्या ,होता क्या दीवानापन ! होता क्या दीवानापन ! ४. इश्क हुआ है तुझसे ,तेरा हू दीवाना मैं ! जब से मिला है तुमसे ,तबसे ये मैंने जाना ! होता है यारो इश्क क्या ,होता क्या दीवानापन ! पशुपति नाथ झा !
अब तु ही रहनुमा है ! पर पोस्ट किया गया नवम्बर 27, 2015 द्वारा Pashupati Nath Jha १.जीने का मेरे तु ही वजह है ,वजह मेरे मरने का अब तु ही , तु ही मेरा दिल , तु ही मेरी जान, अब तु ही रहनुमा है | २.हर पल है सोचा तुमको , हर पल है चाहा ,दुआओं में रब से अपने तुमको है माँगा , तु ही मेरा दिल , तु ही मेरी जान, अब तु ही रहनुमा है | 3.आशिक हु तेरा मैं , आशिकी तु मेरी है , तुझ पे ख़त्म अब मेरी जिंदगानी है , तमन्ना है पाना तुमको , हर ख़ुशी तुझपे लूटाना ,तेरी ख़ुशी को अपना ख़ुशी है बनाना , तु ही मेरा दिल , तु ही मेरी जान, अब तु ही रहनुमा है | ४. तु न मिली जो मुझको , जी तो मैं लूँगा , कल तक मेरी थी तु ये ख़ुशी तो रहेगा , ये कश्मे ये वादे सारे संभाले रखूँगा , कल फिर मेरी हो तु ये दुआ रब से करूँगा , तु ही मेरा दिल , तु ही मेरी जान, अब तु ही रहनुमा है | ५. वादा है मेरा तुमको,चाहूँगा हर पल,सनम अब ये अब तु ही रहनुमा है दिल है तेरा सातो जनम तक | तु ही मेरा दिल , तु ही मेरी जान, अब तु ही रहनुमा है | जीने का मेरे तु ही वजह है ,वजह मेरे मरने का अब तु ही ,,,,,,,,,,,,,,,,,