एक तरकीब बता उसे मानाने की |

ए मुहब्बत  के खुदा , एक तरकीब बता उसे मानाने की ,

मै मौत तक वफ़ा कर सकू , एक तरकीब बता उसे मुस्कुराने की |

पशुपति नाथ झा |

rashmiiiii

तु जो नही है , तो कुछ भी नही है |

तु जो नही है , तो कुछ भी नही है |

ये माना है दिल ने ,तु ही जिन्दगी है |

बिन  तेरे एक लम्हा अब कटता नही है,

तुझ बिन ये दिल अब संभालता नही है  |

तु जो नही है , तो कुछ भी नही है |

पशुपति नाथ झा

Rashmiiiii

 

तुम्हारी याद आती है |

 तुम पास आओगी , तुम जरुर आओगी |

तुम्हारी इठलाती बातो संग , चहकती वो सतरंगी हशी  हमें याद आती है|

तुम्हारे नानी – दादी की कहानियो संग , हमारा नींद में जाना हमें याद आती है |

फासलों के रहते भी  तुम हमारे आस-पास थी , पर वो सारे  फासले हमें याद आती है |

खुशिया न जाने कहा खो गयी  , गम लाखो सीने में दफ़न है , पर वो सारी खुशियां हमें याद आती है |

हर पल ये यादे हमें एहसास देती है , हम पास आएँगे ,अब ये यादे नहीं तुम पास आओगी , तुम जरुर आओगी |

पशुपति नाथ झा |

 

 

तुम याद आती है , रश्मी ,रश्मी ,rashmi,rashmiiiii

तुम याद आती है

होता क्या दीवानापन !

१.जब से मिला है तुमसे ,तबसे  ये मैंने जाना !

होता है यारो इश्क क्या ,होता क्या दीवानापन !

२.तेरे खाबो में खोया ,खोया तेरी बाहों में ,जुल्फों में तेरे खो कर मैंने ये जाना !

होता है यारो इश्क क्या ,होता क्या दीवानापन !

३.इश्क  की गहराई को देखा तेरी आखो में ,तेरे लबो पे पाया इश्क की सहनाई को !

हर एक चेहरे में अब दिल तुझको है देखा करता , खाबो-ही–खाबो में तुझसे मिलने की कोशिस करता !

जब से मिला है तुमसे ,तबसे  ये मैंने जाना !

होता है यारो इश्क क्या ,होता क्या दीवानापन !

rashmiiiii , rashmi ,होता क्या दीवानापन ! , रश्मी ,रश्मी ,rashmi ,rashmi, rashmi ,rashmi ,

होता क्या दीवानापन !

४. इश्क हुआ है तुझसे ,तेरा हू दीवाना मैं !

जब से मिला है तुमसे ,तबसे  ये मैंने जाना !

होता है यारो इश्क क्या ,होता क्या दीवानापन !

                              पशुपति नाथ झा !

 

 

 

अब तु ही रहनुमा है !

 

१.जीने का मेरे तु ही वजह है ,वजह मेरे मरने का अब तु ही ,

तु ही मेरा दिल , तु ही मेरी जान, अब तु ही रहनुमा है  |

२.हर पल है सोचा तुमको , हर पल है चाहा ,दुआओं में रब से अपने तुमको है माँगा ,

तु ही मेरा दिल , तु ही मेरी जान, अब तु ही रहनुमा है  |

3.आशिक हु तेरा मैं , आशिकी  तु मेरी है , तुझ पे ख़त्म अब मेरी जिंदगानी है ,

तमन्ना है पाना तुमको , हर ख़ुशी तुझपे लूटाना ,तेरी ख़ुशी को अपना ख़ुशी है बनाना ,

तु ही मेरा दिल , तु ही मेरी जान, अब तु ही रहनुमा है  |

४. तु  न मिली जो मुझको , जी तो मैं लूँगा ,  कल तक मेरी थी तु ये ख़ुशी तो रहेगा ,

ये कश्मे ये वादे सारे संभाले रखूँगा , कल फिर मेरी हो तु ये दुआ रब से करूँगा ,

तु ही मेरा दिल , तु ही मेरी जान, अब तु ही रहनुमा है  |

५. वादा है मेरा तुमको,चाहूँगा हर पल,सनम अब ये

रश्मी , अब तु ही रहनुमा है ,जीने का मेरे तु ही वजह है , रश्मी , rashmiiiii ,rashmi ,अब तु ही रहनुमा है

अब तु ही रहनुमा है

दिल है तेरा सातो जनम तक |

तु ही मेरा दिल , तु ही मेरी जान, अब तु ही रहनुमा है  |

जीने का मेरे तु ही वजह है ,वजह मेरे मरने का अब तु ही ,,,,,,,,,,,,,,,,,