साथ माँगा है , खुदाई तो नही माँगा है | पर पोस्ट किया गया जनवरी 16, 2016 द्वारा Pashupati Nath Jha आपकी जुल्फों से जुदाई तो नही माँगा है, कैद माँगा है रिहाई तो नही माँगा है | मैंने क्या जुर्म किया ,आप खफा हो बैठे , साथ माँगा है , खुदाई तो नही माँगा है | हमारी चाहतो को फिर से , तुम आजमालो ना | इसे शेयर करे:TwitterFacebookपसंद करें लोड हो रहा है...