ऐ वक़्त शता ले , जी भर के मुझे | पर पोस्ट किया गया दिसम्बर 5, 2015 द्वारा Pashupati Nath Jha ऐ वक़्त शता ले , जी भर के मुझे | लेकिन याद रख ,किसी मोड़ पे तुझे भी बदलने को मजबूर कर दूंगा |
ये मुहब्बत क्या होता है ? पर पोस्ट किया गया दिसम्बर 2, 2015 द्वारा Pashupati Nath Jha मत पूछ ऐ आशिक ,ये मुहब्बत क्या होता है ? जो रुलाता है , जी उसी के गले लग रोना चाहता है | पशुपति नाथ झा |
मुहब्बत का सिद्दत | पर पोस्ट किया गया दिसम्बर 2, 2015 द्वारा Pashupati Nath Jha तेरी तस्बीर हर जगह नज़र आती है , तेरी यादे हर पल सताती है मुझे सीने से लगाने वाली , आज आँखों से दूर रहने को कहती हो | मेरे करीब आकर देख अपने ,मुहब्बत का सिद्दत | मेरा दिल कितना धरकता है , एक तेरे नाम के साथ | पशुपति नाथ झा | Enter a caption मुहब्बत का सिद्दत |
नादान दिल ! पर पोस्ट किया गया दिसम्बर 1, 2015 द्वारा Pashupati Nath Jha सुला देता हु हर रात, नादान दिल से ये कह कर ,,,,,,, वो सपनो में आएगी , अपने मुहब्बत का पैगाम लेकर | पशुपति नाथ झा |
तु बेवफा नहीं | पर पोस्ट किया गया दिसम्बर 1, 2015 द्वारा Pashupati Nath Jha दूर हो तुम मुझसे , पर मैं खाफा नही , गम पिता हु , पर दर्द ऐ दिल का दवा नही | मालुम है अब भी जिन्दा हु मैं,तुझमे , तु थोरी जिद्दी है , पर बेवफा नहीं | पशुपति नाथ झा |
एक तरकीब बता उसे मानाने की | पर पोस्ट किया गया नवम्बर 30, 2015 द्वारा Pashupati Nath Jha ए मुहब्बत के खुदा , एक तरकीब बता उसे मानाने की , मै मौत तक वफ़ा कर सकू , एक तरकीब बता उसे मुस्कुराने की | पशुपति नाथ झा |
तु जो नही है , तो कुछ भी नही है | पर पोस्ट किया गया नवम्बर 29, 2015 द्वारा Pashupati Nath Jha तु जो नही है , तो कुछ भी नही है | ये माना है दिल ने ,तु ही जिन्दगी है | बिन तेरे एक लम्हा अब कटता नही है, तुझ बिन ये दिल अब संभालता नही है | तु जो नही है , तो कुछ भी नही है | पशुपति नाथ झा
तुम्हारी याद आती है | पर पोस्ट किया गया नवम्बर 28, 2015 द्वारा Pashupati Nath Jha तुम पास आओगी , तुम जरुर आओगी | तुम्हारी इठलाती बातो संग , चहकती वो सतरंगी हशी हमें याद आती है| तुम्हारे नानी – दादी की कहानियो संग , हमारा नींद में जाना हमें याद आती है | फासलों के रहते भी तुम हमारे आस-पास थी , पर वो सारे फासले हमें याद आती है | खुशिया न जाने कहा खो गयी , गम लाखो सीने में दफ़न है , पर वो सारी खुशियां हमें याद आती है | हर पल ये यादे हमें एहसास देती है , हम पास आएँगे ,अब ये यादे नहीं तुम पास आओगी , तुम जरुर आओगी | पशुपति नाथ झा | तुम याद आती है