मेरे मुहब्बत की कहानी को यु अधुरा न छोर |

अगर तेरे कलम की स्याही ख़त्म है ,तो मेरा लहू ले ले ऐ-खुदा |

पर मेरे मुहब्बत की कहानी को यु  अधुरा न छोर |

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