तेरी जुदाई में मरने से ,इस दर्द में जीना भला | पर पोस्ट किया गया दिसम्बर 6, 2015 द्वारा Pashupati Nath Jha तेरी वफ़ा जो थी शिरहाने , तो आराम मुझे मिला | तेरा दिया जो माँगा तुझसे , तो क्या गलत इसमें | अब रहने दे इस दर्द में जिन्दा ,मै तनहा ही सही | तेरी जुदाई में मरने से ,इस दर्द में जीना भला | इसे शेयर करे:TwitterFacebookपसंद करें लोड हो रहा है...